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Thursday 7 June 2018

तीन बातें।

तीन बातें कभी न भूलें - प्रतिज्ञा करके, क़र्ज़ लेकर और विश्वास देकर। - महावीर
तीन बातें करो - उत्तम के साथ संगीत, विद्वान् के साथ वार्तालाप और सहृदय के साथ मैत्री। - विनोबा
तीन अनमोल वचन - धन गया तो कुछ नहीं गया, स्वास्थ्य गया तो कुछ गया और चरित्र गया तो सब गया।

तीन से घृणा न करो - रोगी से, दुखी से और निम्न जाती से।
तीन के आंसू पवित्र होते हैं - प्रेम के, करुना के और सहानुभूति के। - बुद्ध
तीन बातें सुखी जीवन के लिए- अतीत की चिंता मत करो, भविष्य का विश्वास न करो और वर्तमान को व्यर्थ मत जाने दो।
ध्यान रखें ये तीन बातें तो नहीं आएगा बुरा वक्त १. दान करें २. हमेशा विनम्र व्यव्हार करें ३. ईश्वर भक्ति में समय बिताएं। ~ चाणक्य
किसी से भी दोस्ती करने से पहले ध्यान रखें इन तीन बातों का : १. मनुष्य की शिक्षा और ज्ञान २. उसके परिवार या परिवार के लोगों की जानकारी ३. उसकी आदतें और काम।  ~ महाभारत
ये 3 लोग कर सकते हैं हर मुसीबत का सामना~ बद्धिमान, विद्वान और नीतिशास्त्र में निपुण व्यक्ति।   ~ महाभारत
ये तीन चीजें जहाँ होती हैं वहां महालक्ष्मी का वास होता है - १. जिस घर में मूर्ख लोगों को अधिक महत्व नहीं दिया जाता है, २. जिस घर में धन-धान्य भरा रहता है, ३. जिस परिवार में पति-पत्नी के बीच झगड़ा नहीं होता है। ~ चाणक्य
तीन चीज़ें जो खरीदी नहीं जा सकतीं: १. परिवार की एकता २. सच्ची सुरक्षा ३. नीजि संतोष।
इन तीन से उचित दूरी बना कर रखें राजा, अग्नि और स्त्री। -चाणक्य
तीन चीज़ें किसी का इन्तजार नहीं करती - समय, मौत, ग्राहक।
तीन चीज़ें जीवन में एक बार मिलती है - मां, बांप, और जवानी।
तीन चीज़ें पर्दे योग्य है - धन, स्त्री और भोजन।
तीन चीजों से सदा सावधान रहिए - बुरी संगत, परस्त्री और निन्दा।
तीन चीजों में मन लगाने से उन्नति होती है - ईश्वर, परिश्रम और विद्या।
तीन चीजों को कभी छोटी ना समझे - बीमारी, कर्जा, शत्रु।
तीनों चीजों को हमेशा वश में रखो - मन, काम और लोभ।
तीन चीज़ें निकलने पर वापिस नहीं आती - तीर कमान से, बात जुबान से और प्राण शरीर से।
तीन चीज़ें कमज़ोर बना देती है - बदचलनी, क्रोध और लालच।
तीन चीज़े असल उद्धेश्य से रोकता हैं - बदचलनी, क्रोध और लालच।
तीन चीज़ें कोई चुरा नहीं सकता - अकल, चरित्र, हुनर।
तीन व्यक्ति वक़्त पर पहचाने जाते हैं - स्त्री, भाई, दोस्त।
तीनों व्यक्ति का सम्मान करो - माता, पिता और गुरु।
तीनों व्यक्ति पर सदा दया करो - बालक, भूखे और पागल।
तीन चीज़े कभी नहीं भूलनी चाहिए - कर्ज़, मर्ज़ और फर्ज़।
तीन बातें कभी मत भूलें - उपकार, उपदेश और उदारता।
तीन चीज़े याद रखना ज़रुरी हैं - सच्चाई, कर्तव्य और मृत्यु।
तीन बातें चरित्र को गिरा देती हैं - चोरी, निंदा और झूठ।
तीन चीज़ें हमेशा दिल में रखनी चाहिए - नम्रता, दया और माफ़ी।
तीन चीज़ों पर कब्ज़ा करो - ज़बान, आदत और गुस्सा।
तीन चीज़ों से दूर भागो - आलस्य, खुशामद और बकवास।
तीन चीज़ों के लिए मर मिटो - धेर्य, देश और मित्र।
तीन चीज़ें इंसान की अपनी होती हैं - रूप, भाग्य और स्वभाव।
तीन चीजों पर अभिमान मत करो – ताकत, सुन्दरता, यौवन।
तीन चीज़ें अगर चली गयी तो कभी वापस नहीं आती - समय, शब्द और अवसर।
तीन चीज़ें इन्सान कभी नहीं खो सकता - शान्ति, आशा और ईमानदारी।
तीन चीज़ें जो सबसे अमूल्य है - प्यार, आत्मविश्वास और सच्चा मित्र।
तीन चीजे जो कभी निश्चित नहीं होती - सपनें, सफलता और भाग्य।
तीन चीजें, जो जीवन को संवारती है - कड़ी मेहनत, निष्ठा और त्याग।
तीन चीज़ें किसी भी इन्सान को बरबाद कर सकती है - शराब, घमन्ड और क्रोध।
तीन चीजों से बचने की कोशिश करनी चाहिये – बुरी संगत, स्वार्थ और निन्दा।
कोई भी कार्य करने से पहले – सोचो, समझो, फिर करो।

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